5 Simple Techniques For पारद शिवलिंग किसे कहते हैं
5 Simple Techniques For पारद शिवलिंग किसे कहते हैं
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कात्यायनी – क्लीं श्रीं त्रिनेत्रायै नमः।।
प्रदोष च्या वेळी पारद शिवलिंगा वर शिव महिमा स्तोत्र ने अभिषेक करून कोणत्याही आर्थिक स्थिती चे टार्गेट पूर्ण करता येते. किंवा आर्थिक संकटे दूर करता येतात.
प्रतिदिन धूप-दीप दिखाते हुए इस यंत्र की पूजा अर्चना करें।
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ज्या घरात पारद शिवलिंगाची पूजा केली जाते त्या घरात पारिवारिक तंटे , बाधा , मानसिक टेंशन , इतर कोणतेही त्रास जास्त प्रमाणात त्रासदायक नसतील.
Parad Shivling has the special electricity to evoke the strength of Goddess Saraswati. Children are blessed with this ability to take fascination in whatever they see and learn what is useful and discard what on earth is unwanted. Worshiping the ling on Mondays will provide large amount of improvements: in services, prosperity, associations, wellbeing mental and Bodily, corrects setting up abnormalities – Vaastu Dosha.
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पारद शिवलिंग से अकाल मृत्यु का भय समाप्त हो जाता है।
हमने आपको पहले ही बताया था शिवलिंग की स्थापना विधि किसी जानकार के पास ही कराये या अपना कोई गुरु हे तो उसके पास कराये, शिवलिंग की पूजा करने से आपको अनगिनत फायदे होंगे घर से कलेश दूर हो जायेगा,घर के सदस्य सब प्रेम भाव से रहने लगेंगे,घर में आनेवाली बाधा ख़त्म हो जाएगी,अकाल मृत्यु से बचा जा सकता हे.
शिवलिंग: ज्योतिषीय महत्व, स्थापना विधि एवं मंत्र
माझ्या मते तुम्ही जर ह्या महिन्यात स्थापन केलेत किंवा जुने कोणतेही घरात असलेले शिवलिंग बदलून पारद शिवलिंग ठेवलेत तर एखादा मोठा विधी करण्याची गरज नाही.
दोनों ही शिवलिंग अपने आप में महत्वपूर्ण और पूजनीय हैं। पारद शिवलिंग को भगवान शिव का साक्षात् स्वरूप get more info माना जाता है, जबकि स्फटिक शिवलिंग को स्वयंभू रूप माना जाता है। पारद शिवलिंग नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने और ग्रह दोषों को कम करने में सहायक माना जाता है, वहीं स्फटिक शिवलिंग मन को शांत करने और आध्यात्मिक विकास को बढ़ावा देने में सहायक होता है। आप अपनी आवश्यकताओं और पूजा पद्धति के अनुसार इनमें से किसी एक शिवलिंग को चुन सकते हैं।
शिवलिंगावर घरात सतत पाण्याची धार लावणे हे शक्य नसते म्हणून त्यावर चंदन पावडर गंगाजल मध्ये मिक्स करून लेप करून ठेवावा.